- मोदी-ट्रम्प के बीच द्विपक्षीय बैठक खत्म; ट्रम्प ने मोदी-इमरान से मुलाकात की अपील की, कहा- अच्छे नतीजे निकलेंगे
- ट्रम्प ने कहा- मोदी एक पिता की तरह भारत को साथ लाए, हम उन्हें राष्ट्रपिता कहेंगे
- मोदी ने कहा- ह्यूस्टन आने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति का शुक्रिया, ट्रम्प मेरे साथ-साथ भारत के भी अच्छे दोस्त
- ट्रम्प ने कहा- भारत-अमेरिका में व्यापारिक समझौता जल्द, मोदी ने कहा- आने वाले वक्त में 50 हजार रोजगार पैदा होंगे
न्यूयॉर्क. दैनिक भास्कर में छपी खबर के अनुसार संयुक्त राष्ट्र आम सभा के इतर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। इसके बाद दोनों नेताओं ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान ट्रम्प ने एक बार फिर आतंकवाद और कश्मीर के मसले पर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता का रुख अपनाया। आतंकवाद पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ने मोदी और इमरान की मुलाकात की अपील की। उन्होंने कहा कि इसके अच्छे नतीजे निकलेंगे। पाक प्रायोजित आतंकवाद पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मोदी इस मामले को देख लेंगे। द्विपक्षीय बैठक के दौरान ट्रम्प ने भरोसा दिलाया कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक समझौता जल्द होगा।
भारत-पाकिस्तान के बीच कश्मीर और आतंकवाद पर डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा- पाक प्रधानमंत्री के साथ मेरी लंबी बैठक हुई थी। ट्रम्प ने कहा- इस बैठक में कई मुद्दों पर बातचीत हुई। जहां तक आतंकवाद की बात है तो इमरान भी शांतिपूर्ण और फलदायक नतीजे चाहते हैं। मुझे विश्वास है कि ये दोनों (मोदी-इमरान) मिलेंगे और कुछ रास्ता निकालेंगे। जब प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री इमरान एक-दूसरे को जानेंगे तो इसके अच्छे नतीजे निकलेंगे।
ट्रम्प न सिर्फ मेरे, बल्कि भारत के अच्छे दोस्त- मोदी
मोदी ने कहा- ह्यूस्टन आने के लिए डोनाल्ड ट्रम्प का शुक्रिया। वे न सिर्फ मेरे, बल्कि भारत के भी अच्छे दोस्त हैं। यह एक अच्छा संकेत है। भारत-अमेरिका घनिष्ठ मित्र हैं। मूल्यों के आधार पर हमारी मित्रता आगे बढ़ती जा रही है। जहां तक भारत-अमेरिका के व्यापार का सवाल है मैं इस बात से खुश हूं कि एनर्जी सेक्टर में 2.5 अरब यूएस डॉलर के निवेश के एमओयू साइन किए गए हैं। इससे आने वाले दिनों में 60 मिलियन डॉलर का व्यापार होगा और 50 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
मोदी और इमरान कश्मीर मामले को सुलझा सकते हैं- ट्रम्प
कश्मीर पर ट्रम्प ने कहा कि मोदी ने पाकिस्तान को स्पष्ट जवाब दे दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भरोसा जताया कि मोदी और इमरान इस मसले को सुलझा सकते हैं। कॉन्फ्रेंस के दौरान कट्टर इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर ट्रम्प से सवाल पूछा गया। ट्रम्प से पूछा गया कि भारत और अमेरिका दोनों इसके खिलाफ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं और ऐसे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ये स्वीकार करते हैं कि आईएसआई अलकायदा ट्रेंड करती है। आप इस पर क्या कहेंगे? ट्रम्प ने कहा- मैंने ऐसा कोई बयान नहीं सुना है, लेिकन प्रधानमंत्री मोदी इस मामले को देख लेंगे। मुझे यकीन है कि इमरान और मोदी कोई रास्ता निकाल लेंगे।
मोदी देश को साथ लाए, हम उन्हें भारत का राष्ट्रपिता कहेंगे- ट्रम्प
मोदी ने कहा- भारत-अमेरिका घनिष्ठ मित्र हैं। मूल्यों के आधार पर हमारी मित्रता आगे बढ़ती जा रही है। ये मेरे अच्छे मित्र हैं और भारत के भी बहुत अच्छे मित्र हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा- मोदी एक महान व्यक्ति हैं। मुझे याद है कि भारत पहले बहुत बदहाल था। वहां बहुत विरोधाभास, लड़ाइयां थीं, लेकिन मोदी सबको साथ लाए। एक पिता की तरह वे सबको साथ लाए। हो सकता है कि वह भारत के राष्ट्रपिता हैं। हम उन्हें भारत का राष्ट्रपिता कहेंगे।
द्विपक्षीय बैठक से पहले भी ट्रम्प ने कश्मीर पर मध्यस्थता की पेशकश की
बैठक से पहले ही ट्रम्प ने पांचवीं बार कश्मीर पर मध्यस्थता की पेशकश की। उन्होंने कहा- मैं निश्चित रूप से मध्यस्थता करना चाहता हूं। लेकिन भारत और पाकिस्तान के इस मसले पर नजरिए एकदम अलग हैं और मैं इसे लेकर चिंतित हूं।
ह्यूस्टन में मोदी-ट्रम्प ने आतंकवाद पर जोर दिया था
21 सितंबर को मोदी अमेरिका पहुंचे थे। ह्यूस्टन में 22 सितंबर को मोदी और ट्रम्प ने एक मंच से भारतीय समुदाय के 50 हजार लोगों को संबोधित किया था। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के संबंधों पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि दोनों देशों के रिश्ते बेहतर हुए हैं। दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के नेताओं ने ऊर्जा, व्यापार, जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसे मुद्दों से निपटने के लिए एक भावना से काम किया है।